बीएसएफ स्थापना दिवस 1 दिसबर 1965 से मनाया जा रहा है इसी दिन BSF की स्थापना हुई थी
54 वाँ BSF स्थापना दिवस
बॉर्डर सिक्यूरिटी फाॅर्स की स्थापना 1 दिवस 1965 को भारत की रक्षा कवच के रूप में की गयी |
1965 से पहले तक भारत पाकिस्तान बॉर्डर पर राज्य की पुलिस फाॅर्स लगाई जाती थी, लेकिन 9 अप्रैल 1965 को गुजरात के कच्छ इलाके में सरदार, छार और बेरिया बेट में पाकिस्तान ने अटैक कर दिया |
BSF की स्थापना
इसी कड़ी में राज्य पुलिस फाॅर्स की कमी को पूरी करने के नाम से केंद्र सरकार ने बॉर्डर पर एक अलग फाॅर्स लगाने की आवाज उठाई जिसे सेक्रेटरी कमेटी की सिफारिस पर 1 दिसम्बर 1965 को बॉर्डर सिक्यूरिटी फाॅर्स BSF की स्थापना की गयी, तब से आज तक 1 दिसम्बर को बीएसएफ स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है |
श्री K F Rustamji BSF के पहले चीफ प्रमुख बनाए गये
अभी के समय श्री Shri Vivek Kumar Johri बीएसएफ के प्रमुख है जो एक आईपीएस अधिकारी है |
इन 54 साल की स्थापना के मध्य BSF ने अनेको बार देश के लिए साबित किया है, ये एक एसी इकाई है जिसके लिए भारत की सेवा में अपने आप को खतरों से खेलना बड़ी सहजता से किया है |
इसी लिए तो bsf का मुख्य मोटो “Any task, any time, any where” यानि कोई काम् किसी समय कही भी के साथ इसके सैनिक हमेशा तैयार खड़े होते है |
BSF का मुख्य काम देश की सेवा
यू तो BSF के जवान हर वक्त देश सेवा के किसी भी काम को करने के लिए तैयार रहते है इसमें भी बीएसएफ का बॉर्डर पर गस्त लगाना, बॉर्डर पर आने वाले किसी भी प्रकृतिक आपदा से निपटना, बॉर्डर रोड जैसे काम, बोर्डर मैनेजमेंट और फिजिकल गाइड जैसे महत्वपूर्ण काम में काफी योगदान BSF का रहा है जो वास्तव में बीएसएफ स्थापना का महत्व साबित करते है |
BSF कैसे अलग है भारतीय सेना से
भारतीय सेना का काम और BSF का काम आम भाषा में मिलता जुलता लगता है लेकिन भारतीय सेना रक्षा मन्त्रालय के अधीन काम करती है जिसका प्रधान रक्षामंत्री और राष्ट्रपति होते है |
लेकिन बीएसएफ गृह मंत्रालय के अधीन आती है जिसके मुख्य गृहमंत्री होते है और ये बीएसएफ सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स (CAPF) में आते है |
इसी के साथ बीएसएफ के जवानों को सेना के जवान से कम सुविधा मिलती है जिनमे केंटिन आर्मी स्कूल जैसे सुविधा से वंचित रखा गया है |
54 वे बीएसएफ स्थापना दिवस पर गृह मंत्री श्री अमित शाह
आचार संहिता क्या होती है चुनाव में
कुछ बाते जो आप जानिए BSF के बारे में रोचक
- BSF “INDIA का सबसे पहला LINE OF DEFENSE” है।
- जम्मू-कश्मीर की सबसे कठिन चोटियों पर सेना के साथ नियंत्रण रेखा पर कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाली BSF भारतीय भूमी की रक्षा करती है
- बीएसएफ अरब सागर में सर क्रेक और बंगाल की खाड़ी में सुंदरबन डेल्टा का बचाव कर रहा है, जो पानी के शिल्प के बेड़े की स्थिति है।
जेनेवा संधि है सेना के जवानों के बड़े काम की
- कानून व्यवस्था बनाए रखने और शांतिपूर्ण चुनाव कराने में राज्य प्रशासन की मदद करने में बीएसएफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
- नक्सल संक्रमित राज्यों में में भी BSF नक्सलियों / विद्रोहियों के खतरे को झेल रहे हैं और निरंतर सेवा दे रहे है जैसे छतीसगढ़ के बस्तर इलाका।
- हर साल अपनी प्रशिक्षित जनशक्ति की बड़ी टुकड़ी भेजकर संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन के लिए समर्पित सेवाओं में योगदान दे रहे हैं।
- मानवता के तारणहार के रूप में, बीएसएफ प्राकृतिक मानव आपदा के खिलाफ संघर्ष कर रहा है, जब और जब जंगलों में बहुमूल्य मानव जीवन को बचाया जाता है।
- 2018 में और उससे पहले भी माउंट एवरेस्ट में भी वृद्धि की है।
BSF के जवानों को दिए जाने वाले अवार्ड
सेना मैडल में निम्न प्रकार के मैडल BSF ने अपने नाम किये है
- महावीर चक्र
- परम विशिष्ट सेवा मैडल
- कीर्ति चक्र
- वीर चक्र
- अति विशिष्ट सेवा मैडल
- सौर्य चक्र
- सेना मैडल
- विशिष्ट सेवा मैडल
सिविल मैडल
- पद्म विभूषण
- पद्म भूषण
- पद्म श्री
- PM मैडल फॉर लाइफ
- अर्जुन अवार्ड
- नेशनल एडवेंचर अवार्ड
- उतम जीवन रक्षा मैडल
- जीवन रक्षा मैडल
पुलिस मैडल
- President’s Police Medal for Gallantry
- Police Medal for Gallantry
- President Police Medal for Distinguished Service
- Police Medal for Meritorious Service
- UN Medal ( The DAG Hammarskold )
BSF में नोकरी लगने वाले पद और करियर
जनरल ड्यूटी में
- कांस्टेबल
- सब-इंस्पेक्टर
कम्युनिकेशन्स में
- असिस्टेंट कमांडेंट
- असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (रेडियो)
- हेड कांस्टेबल (रेडियो )
हेड कांस्टेबल फिटर
अन्य जानकारी के लिए आप BSF की वेबसाइट देख सकते है
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