कोरोना वायरस एक तरह का विषाणु है जिसकी पहचान चीन से हुई, पहले यह निमोनिया पीड़ित लोगों के अन्दर पाया गया है, निमोनिया से पीड़ित मरीज की कोरोना वायरस (coronavirus) की वजह से मौत हो सकती है यह मानव के अलावा पशु पक्षी सूअर या कुत्तों में भी पाया जा सकता है
कोरोना वायरस हिंदी
कोरोना वायरस निमोनिया की सबसे पहले पहचान 1960 में हुई थी
COVID-19 India Real-time Tracking
कोरोना वायरस की वजह से जुखाम या आंत में गैस की प्रॉब्लम सामान्यता देखी गई है, यह डायरेक्ट एक आदमी से दुसरे में ट्रान्सफर हो सकता है | छींकने खांसने या डायरेक्ट स्पर्श से वायरस दूसरे को लग सकता है, अभी हवा से ट्रान्सफर का भी मामला चीन में सामने आया है |
- यह वायरस पेपर, metal, लकड़ी, ग्लास या रबड़ पर दो घंटे से लेकर 9 दिन तक जिंदा रह सकता है, साधारण flu 2 दिन तक ही जिन्दा रहता है
- कोरोना 30 डिग्री से ज्यादा तापमान में मुश्किल से जिन्दा रहता है लेकिन कम तापमान (ठण्ड) में यह 1 महीने तक जिन्दा रह सकता है
- इसका प्रभाव अल्कोहल, डिसइंफेक्टेंट या बलीच से कम किया जा सकता है, अल्कोहल से हाथ धोने से इसका असर मिटता है |
चीन ने 1 जनवरी 2020 को कोरोना वायरस की वजह से वुहान में पहली मौत होना बताया है, इसकी पहचान चीन के वाइल्ड एनिमल मार्केट में कुछ लोगों में से एफेक्ट होकर हुई है
coronavirus in hindi
विशेषज्ञों का मानना है कि वायरल निमोनिया के कुछ मामलो में एक नए प्रकार के कोरोनावायरस के रूप में पहचान हुई है, वायरस को नमूनों से अलग किया गया था और एक इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप के तहत एक विशिष्ट कोरोनावायरस उपस्थिति दिखाई दी थी।
Corona Virus Family
Coronavirus की फैमिली से SARS और MERS विषाणु भी आते है जिनका अभी तक कोई इलाज या दवा उपलब्ध नहीं है
WHO के अनुसार SARS पहली बार 2002 में चीन में पाया गया था जिससे 774 मौत दर्ज की गयी थी
इसी के एक दशक बाद MERS वायरस की पहचान सऊदी अरब में हुए जिसकी वजह से 851 मौत हुई
ऊंट से MERS वायरस
जो लोग ऊंट के साथ रहते है उनमे MERS वायरस का प्रकोप अभी भी देखा जा रहा है |
अभी तक इनके ह्यूमन से ह्यूमन ट्रान्सफर नहीं देखा गया है |
coronavirus emergency
WHO वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने कोरोनावायरस की गंभीरता को लेकर अंतरराष्ट्रीय इमरजेंसी घोषित कर दी है
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इसे अब महामारी (pandemic) घोषित किया है
क्या चीन से लिफाफा या समान मंगाना सुरक्षित है?
हा, WHO ने पूरी तरह साफ़ कर दिया है की लिफाफों में कोई दिकत नहीं है, कोरोनावायरस किसी भी निर्जीव चीज पर ज्यादा देर तक नहीं टिक पता तो पूरी तरह से SAFE है |
कोरोना वायरस का नामकरण:
WHO ने कोरोना वायरस को नया नाम COVID-19 दिया है, ये नाम किसी भी भाषा, समुदाय या देश विशेष पर आधारित नहीं है |
कोरोना वायरस से बचने के उपाय:
कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने आप को संक्रमित व्यक्ति से दूर रखे, कम से कम 1 मीटर की दुरी बना कर रखे |
अपने हाथ को साबुन और अल्कोहल के अपनी से बार बार धोये
भीड़भाड़ वाले इलाके में जाते समय मास्क का उपयोग करे (n99 जैसे मास्क को यूज़ कर सकते है)
अगर किसी में खांसी जुकाम जैसे लक्षण है तो उसके पास न जाये, और खांसते समय मुँह को ढककर रखे |
बिना धोए अपने हाथों को मुँह, आँखों या चेहरे पर ना लगाए
Corona Virus Fund:
who ने कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए Solidarity Response fund बनाया है, जिसमे गूगल ने भी $5M डॉलर का दान दिया है |
कोरोना वायरस भारत में:
भारत में कोरोना वायरस विदेशो से आने वाले टूरिस्ट और यात्रियों से आया है, अब तक (14 मार्च 2020) 81 लोग पॉजिटिव पाए गये है जिनमे 2 लोगो की मौत हुई है \
more: https://rajhindi.com/
Pingback: सरकारी छुट्टी 2020 राजस्थान - बैंक, सरकारी स्कूल, ऑफिस राजस्थान 2020 | RajHindi
Pingback: आयुष स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र को कैबिनेट की मंजूरी Ayushman Bharat | RajHindi
Pingback: कोरोना पर भारत सरकार की स्कीम #StayHome | RajHindi
Pingback: Plasma Therapy in Hindi कोरोना वायरस में प्लाज्मा थेरेपी की कामयाबी | RajHindi
Pingback: महामारी बीमारी कानून 2020 Epidemic Disease Act 1897 in Hindi | RajHindi