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UPSC 2019 Final Result Check Merit First Rank Pradeep Singh RajHindi
UPSC (Union Public Service commission) ने यूपीएससी 2019 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है
UPSC 2019 फाइनल में प्रदीप सिंह ने फर्स्ट रैंक हासिल की है |
UPSC 2019 का लिखित पेपर सितम्बर 2019 में हुआ था और इंटरव्यू फरवरी 2020 में आयोजित किया गया था |
इसमें कुल 829 अभ्यर्थी को सेलेक्ट किया गया है |
GENERAL – 304
EWS – 78
OBC – 251
SC – 129
ST – 69
UPSC 2019 Topper List
1 6303184 PRADEEP SINGH
2 0834194 JATIN KISHORE
3 6417779 PRATIBHA VERMA
4 0848747 HIMANSHU JAIN
5 0307126 JEYDEV C S
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पिता की जायदाद पर बेटा बेटी का बराबर हक़: सुप्रीमकोर्ट हिन्दू उतराधिकारी कानून
सुप्रीमकोर्ट ने पिताजी की पैत्रिक सम्पति पर हिन्दू उतराधिकारी अधिनियम कानून के तहत बेटा और बेटी के लिए बराबर हक़ का फैसला सुनाया है |
सुप्रीमकोर्ट ने साफ़ कर दिया है की अपने पिताजी की सम्पति में बेटी का भी बराबर का हक है भले ही उनके पिताजी की मर्त्यु 2005 में कानून लागु होने से पहले हो गयी हो |
लेकिन 20 दिसम्बर 2004 से पहले अगर सम्पति की बिक्री, वसीयत या किसी अन्य कारण से समाप्त कर दी गई है तो यह लागु नहीं होगा
पिता की जायदाद: हिन्दू उतराधिकारी अधिनियम कानून
हिन्दू उतराधिकारी अधिनियम कानून 1956 मैं लाया गया इसका मुख्य उद्देश्य हिंदुओं के पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर था ।
मूल-कानून: इस कानून के तहत अगर किसी पिता की मृत्यु बिना वसीयत बनाए हो जाती है तो उसकी संपत्ति पर उसके उत्तराधिकारीयों का हक होगा
संसोधन: इस अधिनियम को 2005 में दोबारा संशोधित किया गया इसका मुख्य उद्देश्य 1956 के कानून में रहे लैंगिक भेदभाव को मिटाना था, बेटा और बेटी को बराबर हक दिया गया
कवरेज: इस कानून में हिंदू धर्म के अंतर्गत हिंदू बौद्ध सीख जैन ब्रह्म समाज वीरशैव लिंगायत प्रार्थना समाज आर्य समाज के अनुयाई भी आते हैं और अन्य ऐसे व्यक्ति जो मुस्लिम क्रिश्चियन पारसी या यहूदी न हो उनको भी इस अधिनियम के तहत जोड़ा गया है ।
इस कानून के तहत हिंदू परिवार की पुत्री जन्म से ही अपने समय के अधिकार से उसी रीती से सहदायक बन जाएगी जैसे पुत्र होता है
सहदायक की संपत्ति में उसे वही अधिकार प्राप्त होंगे जो उसे तब प्राप्त हुए होते जब वह पुत्र होता
हिंदू वारिस संपति में सुप्रीम कोर्ट का नया ऑर्डर 2020
क्योंकि यह नियम 2005 में बन चुका था तो 2020 में इस पर सुप्रीम कोर्ट का दोबारा फैसला सुनाने की नौबत क्यों आई?
प्रकाश बनाम फूलमती 2016 का केस और सुमन सुरपुर बनाम अमन 2018 का केस सोल्व करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने तीन सदस्य बेंच का गठन किया था
इस तीन सदस्य बेंच ने 2020 में अब यह फैसला सुनाया है की पिता की मृत्यु 2005 से पहले हो गई हो तो भी बेटी को बराबर का हक मिलेगा उसके हक को वंचित नहीं किया जा सकता ।
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भारत की जलवायु – मानसून और मौसम RAS/UPSC
भारत की जलवायु: भारत की जलवायु मे अनेक तरीके की विविधता पाई जाती है हर तरीके की भू-आकृति यहां पर देखी जा सकती है जैसे पहाड़ पठार पर्वत मैदान नदियां पश्चिमी घाट पूर्वी घाट थार का रेगिस्तान आदि शामिल है।
जलवायु किसे कहते हैं?
दीर्घकालीन समय में वायुमंडलीय पवनो के बदलाव को ही जलवायु कहते हैं । अगर यही प्रक्रिया छोटे अंतराल पर होती है तो उसे मौसम कहा जाता है ।
भारत देश मुख्यतः दक्षिणी-पश्चिमी मानसून पर आधारित है, यहां से उठने वाली पवने ही पूरे भारत में वर्षा का जरिया बन पाती है ।
भारत में मानसूनी जलवायु:
भारत में मुख्यतः चार ऋतु होती है जिसमें मौसम का आगमन मौसम का लौटना शीतकाल और ग्रीष्म काल शामिल है ।
जून से दिसंबर तक मौसमी हवाएं दक्षिण पश्चिमी के हाई प्रेशर से से उत्तर पूर्व के लो प्रेशर की तरफ बहती है और अपने साथ आद्रता ले जाती है जो मुख्य रूप से भारत में बरसात का कारण बनता है ।
दिसंबर से मई के बीच में भारत में सर्दी ऋतु होती है इस समय मौज में हवाएं उत्तर पूर्व के हाई प्रेशर से दक्षिण पश्चिम के लो प्रेशर की तरफ बहती है ।
भारत की जलवायु के मानसून सिद्धांत:
- थर्मल कांसेप्ट – हेले 1686
- डायनामिक/एयर मास थ्योरी फोन 1951
- जेट स्ट्रीम थ्योरी- पी कोटेश्वर
- मोनेक्स थ्योरी
भारत में मानसून का प्रारंभ:
भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून का प्रारंभ निम्न कारणों से होता है
- उपोषण जेट स्ट्रीम के 2:00 से एक में परिवर्तन होने पर
- 66 डिग्री ईस्ट विषुवत में निम्न दाब 2 क्षेत्र के एक में परिवर्तन होने पर
- मालाबार तट पर पर बने निम्न दाब के आगे बढ़ने पर
राजस्थान में वर्षा कम क्यों होती है?
राजस्थान में कम वर्षा होने का मुख्य कारण यहां की भौगोलिक स्थिति है जिसके निम्न कारण है
- मानसूनी हवाओं का अरावली पर्वतमाला के समांतर बहने के कारण
- अरावली पर्वतमाला कि कम हो जाए जिससे मानसूनी पवनो को आगे बढ़ने से कोई रुकावट नहीं है
- यहां पर पाई जाने वाली तापीय विलोमता के कारण
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International Labour Day in Hindi अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस Quotes 2020
International Labour Day: अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुरुआत 1 मई 1886 को अमेरिका के शिकागो में मजदूरों ने 8 घंटे से ज्यादा काम नहीं कराने के लिए हड़ताल करके की ।
International Labour Day in Hindi
मजदूर किसी भी रामसाय की रीढ होते हैं, आज के युग में टेक्नोलॉजी का काफी विकास हो गया है लेकिन 19वीं सदी में ज्यादातर बिजनेस मजदूरों पर आधारित था और मजदूर भी पूर्णत: कंपनी पर निर्भर होते हैं ।
ऐसे में अगर किसी एक का भी मनमुटाव होता है तो कंपनी बिजनेस और मजदूर सबके लिए हानिकारक साबित हो सकता है ।
1 मई 1886 को शिकागो के मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर हड़ताल की और बम ब्लास्ट कर दिया, इसको रोकने के लिए पुलिस ने फायरिंग की जिसमें 7 मजदूरों की मौत हो गई । तब से ही अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर मजदूरों के लिए 1 मई बहुत अहम हो गया है ।
इस घटना के बाद 1889 पैरिस में मजदूरों ने इस नरसंहार को निर्दोष मजदूरों की याद में मनाया, इस दिवस लगभग सभी कंपनियों में मजदूरों की छुट्टी होती है ।
यह सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं रहा अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस अलग-अलग देशों में विभिन्न मजदूर कार्यकर्ताओं द्वारा अमल में लाया गया और अब यह लगभग सभी देशों में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है ।
भारत में अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस की शुरुआत
भारत में 1 मई 1923 मद्रास हाई कोर्ट के सामने मजदूरों द्वारा हड़ताल की गई, जिसका नेतृत्व भारतीय मजदूर किसान पार्टी के नेता कामरेड सिंगरावेलू चेट्यार कर रहे थे ।
तब से यह निर्णय लिया गया कि भारत में भी 1 मई को मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाएगा और सभी मजदूरों की छुट्टी रहेगी ।
अंतरराष्ट्रीय मजदूर संगठन
IOL: अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजदूरों के लिए एक ऑर्गेनाइजेशन बनाया गया
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) सामाजिक न्याय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त मानव और श्रम अधिकारों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है, अपने संस्थापक मिशन का पीछा करते हुए कि सामाजिक न्याय सार्वभौमिक और स्थायी शांति के लिए आवश्यक है।
International Labour Day in Hindi Quotes मजदूर दिवस
International labour day in hindi & labour day quotes in hindi
कर्म ही असली पूजा है- Mahatma Gandhi
जो काम मनुष्य के उद्धार के लिए किया जाता है उसका बहुत महत्व और गरिमा होती है – Martin Luther King
कार्य का आनंद लेने वाले ही उसे सही तरीके से कर सकते हैं – अरस्तू
किसी काम को करना बड़ी बात नहीं है, लेकिन जिस काम से हमें खुशी मिलती है वह चमत्कार से कम नहीं है – मदर टेरेसा
A hundred times every day, I remind myself that my inner and outer life depend on the labors of other men, living and dead, and that I must exert myself in order to give in the same measure as I have received and am still receiving.” – Albert Einstein
“As we celebrate Labor Day, we honor the men and women who fought tirelessly for workers’ rights, which are so critical to our strong and successful labor force.” – Elizabeth Esty
Labour day quotes in hindi
1. होने दो चिराग महलों में, क्या हम को अगर दीवाली है,
मजदूर हैं हम मजदूर हैं हम मजदूर की दुनिया काली है।
2. मैं मजदूर हूं मजबूर नहीं
यह कहने में मुझे शर्म नहीं
अपने पसीने की खाता हूं,
मैं मिटटी को सोना बनाता हूं
मजदूर दिवस की शुभकामनाएं!
3. हाथो में लाठी है,
मजबूत उसकी कद-काठी है,
हर बाधा वो कर देता है दूर
दुनिया उसे कहती हैं मजदूर,
मजदूर दिवस 2020 की शुभकामनाएं!
4. अब उन की ख़्वाब-गाहों में कोई आवाज़ मत करना
बहुत थक-हार कर फ़ुटपाथ पर मज़दूर सोए हैं
मज़दूर दिवस की शुभकामनाएं
5. सो जाता हैं फुटपाथ पे अखबार बिछा कर
मजदूर कभी नींद की गोली नहीं खाता
6. आने वाले जाने वाले के लिए
आदमी मजदूर हैं राहें बनाने के लिए
7. भूख से गरीबी से मजबूर हो गए,
छोड़ी कलम-किताबें तो मजदूर हो गए
ऊँची ईमारत मेरी मेहनत का सिला है
बेनाम मेरे काम से मशहूर हो गए,
जिसके लिए कमाया वो रोटी न खा सके
छाले हमारे हाथ-पैर के नासूर बन गए,
मजदूर दिवस 2020 की शुभकामनाएं
8. अमीरी में अक्सर अमीर अपनी सुकून को खोता हैं
मजदूर खा के सूखी रोटी बड़े आराम से सोता हैं
मजदूर दिवस की शुभकामनायें!”
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